क्या NASA के वैज्ञानिकों को सामानांतर ब्रह्माण्ड होने के सबूत मिले है, जहाँ समय उल्टा चलता है | Parellel Universe

दुनिया में वैज्ञानिक कई चौंकाने वाले आविष्कार या शोध करते रहते है। इस समय पूरी दुनिया में कोरोना वायरस का कहर बढ़ता जा रहा है लेकिन इसी बीच अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी NASA के वैज्ञानिकों ने Parellel यूनिवर्स होने के सबूत का दावा किया है।

क्या NASA के वैज्ञानिकों को सामानांतर ब्रह्माण्ड होने के सबूत मिले है, Parellel Universe
Parellel Universe

सामानांतर ब्रह्माण्ड (Parellel universe) का सिद्धांत लगभग 1960 के दशक में सामने आया था। लेकिन अभी कुछ दिनों पहले अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी NASA के वैज्ञानिकों को Parellel यूनिवर्स होने के सबूत मिले है।  नासा के वैज्ञानिकों का कहना है कि उन्हें कुछ ऐसे प्रमाण मिले हैं, जो समानांतर ब्रह्मांड (Parallel Universe) होने की तरफ इशारा करते हैं जहाँ समय उल्टा (reverse) चलता है तथा भौतिकी के नियम भी हमारे नियम से विपरीत होते है।

क्या NASA के वैज्ञानिकों को सामानांतर ब्रह्माण्ड होने के सबूत मिले है, समानांतर ब्रह्मांड (Parallel Universe), Antarctic Impulsive Transient Antenna
Antarctic Impulsive Transient Antenna

अंटार्कटिका में हो रहे एक एक्सपेरिमेंट में वैज्ञानिको को इसके सबूत मिले है।  वैज्ञानिकों ने अंटार्कटिक इम्पलसिव ट्रांसिएंट एंटीना (Antarctic Impulsive Transient Antenna (ANITA)) को एक विशाल बैलून के जरिए ऊंचाई तक पहुंचाया जिससे रेडियो नॉइज की वजह से परिणाम प्रभावित न हों। आउटर स्पेस से पृथ्वी पर हाई एनर्जी पार्टिकल्स आते रहते हैं जो यहां की तुलना में कई लाख गुना ज्यादा ताकतवर होते हैं।

कुछ कम ऊर्जा वाले कण जिनका वजन लगभग शून्य होता है ये बिना किसी कण से टकराए पृथ्वी के आर-पार हो जाते हैं लेकिन उच्च ऊर्जा वाले कण पृथ्वी के ठोस कणों से टकराकर रुक जाते है इन कणों का पता केवल स्पेस से नीचे आते वक्त लगाया जा सकता है, लेकिन अंटार्कटिक इम्पलसिव ट्रांसिएंट एंटीना ANITA ने कुछ ऐसे कणों का पता लगाया है जिसे Neutrinos भी कहते हैं, जो पृथ्वी से ऊपर की तरफ आ रहे थे मतलब ये कण समय से पीछे चल रहे थे। हालांकि सभी वैज्ञानिक NASA की इस थ्योरी से सहमत नहीं है।

क्या NASA के वैज्ञानिकों को सामानांतर ब्रह्माण्ड होने के सबूत मिले है, समानांतर ब्रह्मांड (Parallel Universe), Big Bang
Big Bang

इस थ्योरी के मुताबिक, 13.7 अरब वर्ष पहले बिग बैंग (Big Bang) के समय दो ब्रह्माण्ड अस्तित्व में आए थे। पहला वो जिसमे हम रहते है और दूसरा वो जिसमे भौतिकी के नियम तथा समय हमारे ब्रह्माण्ड के विपरीत होंगे।

दुनिया के महान वैज्ञानिकों में से एक वैज्ञानिक स्टीफन हॉकिंग ने भी अपनी आखिरी रिसर्च में सामानांतर ब्रह्माण्ड के बारे में बताया था। जिसमे कई ब्रह्माण्ड के होने की बात की गयी थी। स्टीफन हॉकिंग के अनुसार, कई ब्रह्माण्ड हमारे ब्रह्माण्ड जैसे हो सकते है जिसमे हमारी पृथ्वी के जैसे ग्रह भी हो तथा जहाँ जीवन भी संभव हो। परन्तु कुछ हमारे ब्रह्माण्ड से एकदम रिवर्स भी हो सकते है जहाँ भौतिकी के नियम हमारे भौतिकी के नियम के एकदम विपरीत हों। 

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वैज्ञानिकों ने इस प्रयोग को करने के लिए अंटार्कटिका का चुनाव इस लिए किया था क्योंकि यहाँ पर न तो वायु प्रदूषण है और न ही किसी प्रकार का ध्वनि प्रदूषण है जिससे इन किरणों की क्षति कम से कम होगी।
Antarctic Impulsive Transient Antenna (ANITA) को अल्ट्रा हाई एनर्जी (UHE) कॉस्मिक Neutrinos का अध्ययन करने के लिए सन 2006 में बनाया गया था। 
 

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1 Comments

  1. It's really interesting to know about Universe .... Thanks to Niket Mishra for giving us something new facts about Universe.

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